मिथुन दा अब दादा फाल्के अवार्ड से नवाजे जाएंगे
मिथुन चक्रवर्ती जिन्हे प्रेम से लोग मिथुन दा कहते हैं ने अपना फ़िल्मी सफर 1976 में मृणाल सेन की मृगया फ़िल्म से शुरू किया

मिथुन चक्रवर्ती जिन्हे प्रेम से लोग मिथुन दा कहते हैं ने अपना फ़िल्मी सफर 1976 में मृणाल सेन की मृगया फ़िल्म से शुरू किया .जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था. बॉलीवुड में उन्हें सबसे पहले सक्सेस 1982 में डिस्को डांसर से मिली. उसके बाद एक ही साल में 19 फिल्मों में हीरो रूप में काम करने का उनका रिकॉर्ड आज तक नहीं टूटा है.उनकी कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ सफलता अर्जित करने वाली रही है.जिनमें तराना. हम पांच, मेरा रक्षक , अग्निपथ और प्यार झुकता नहीं जैसी कई फिल्में है.
मिथुन चक्रवर्ती पहले ऐसे हीरो थे जिन्होंने डांस स्टाइल को लोकप्रिय किया. मिथुन चक्रवर्ती के फिल्म में योगदान को देखकर भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्म विभूषण तक का सम्मान दिया गया. वे राज्यसभा में सदस्य रहे.वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय सदस्य हैं.
मिथुन चक्रवर्ती के बारे में बताया जाता है कि शुरुआती दौर में बंगाल में वे नक्सलाइट आंदोलन से जुड़ गए थे.यह एक चमत्कार ही है कि इस तरह के हिंसक आंदोलन से, अपराध की दुनिया से निकलकर उन्होंने स्वयं को एक हीरो के रूप में स्थापित किया और राजनीतिक की मुख्य धारा से जुड़े.फिल्म इंस्टीट्यूट पुणे से अभिनय कला को सीख कर निकले सफल लोगों में मिथुन चक्रवर्ती का प्रमुख स्थान है.
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार उम्रदराज अभिनेताओं को ही मिलता है रहा है. कुछ दिनों से ऐसे अभिनेताओं को भी सम्मानित किया जा रहा है जिनकी उम्र अपेक्षाक्रत कम है.चमत्कारिक करियर के धनी मिथुन दा को दादा साहब फाल्के अवार्ड की बधाई. उल्लेखनीय है भारतीय सिनेमा के पितृ पुरुष दादा साहेब फाल्के के नाम से हर साल भारत सरकार एक फ़िल्मी हस्ती को लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए यह पुरस्कार प्रदान करती है.
What's Your Reaction?






