जय जय श्री राम
अवध में पधारे लला राम रे,
सब गाओ बधइया....
गाओ बधइया सब नाचो अवधइया,
गर्भ गृह बिराजे लला राम रे....
सब गाओ बधइया....
अवध में पधारे लला राम रे.. सब...
पौष शुक्ल द्वादशी और संवत् अस्सी,
मृगशिर अभिजित सोमवार रे.....
सब गाओ बधइया......
अवध में पधारे लला राम रे..सब...
राम जी बिराजे मेरे, दिन दुपहरिया,
गूंज रहा जय जय श्री राम रे.....
सब गाओ बधइया.....
अवध में पधारे लला राम रे...सब...
बाज रहे ढोल ताशे, गूंज रही शहनाई ,
उड़ रहे रंग और गुलाल रे.....
सब गाओ बधइया......
अवध में पधारे लला राम रे... सब..
नाच रही रवि किरणें, सरयू की लहरों पर,
हीरे मोती बिखरे गली गाम रे.....
सब गाओ बधइया....
अवध में पधारे लला राम रे.. सब..
स्वर्ण कलश दमक रहे, मंदिर के शिखरों पर,
लागे मनमोहक अभिराम रे....
सब गाओ बधइया....
अवध में पधारे लला राम रे... सब..
महक रही शेवंती ,चंपा और चमेली,
रात रानी महके बिना दाम रे....
सब गाओ बधइया....
अवध में पधारे लला राम रे... सब..
जगमग दीपावली , और घर घर रंगोली,
गमक उठी अवध की शाम रे....
सब गाओ बधइया....
अवध में पधारे लला राम रे... सब...
दर्शन को आए, दस दिशाओं से देवगण,
धन्य हुआ अवधपुरी धाम रे....
सब गाओ बधइया...
अवध में पधारे लला राम रे... सब..
गाओ बधइया सब, नाचो अवधइया,
अवध में बिराजे श्री राम रे...
सब गाओ बधइया....
अवध में बिराजे लला राम रे... सब..
-भरत जोशी ujjain mp