अपराधियों के जीवन से हमें इतना लगाव क्यों है?  Mukhtar Ansari , Atiq ahamad की   Love story  और  Crime life  को रस लेकर दिखाया जाता है

माफिया Don को  Robin hood  और मसीहा बनाकर प्रस्तुत करने वाले  Media  को अपने अंदर भी झांकना चाहिए ,  TRP  के  चक्कर में  इस तरह के कंटेंट से क्या वे Youth  को अपराधी बनने की प्रेरणा दे रहे हैं .  

Mar 31, 2024 - 06:57
Apr 1, 2024 - 13:42
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अपराधियों के जीवन से हमें इतना लगाव क्यों है?   Mukhtar Ansari  , Atiq ahamad  की   Love story  और  Crime life  को रस लेकर दिखाया   जाता है

   बांदा के जेल में  कुख्यात  गैंगस्टर और  Don Mukhtar Ansari  की मृत्यु हो गई . 62 साल के इस अपराधी के जीवन को लेकर मीडिया ने जितनी सामग्री परोसी  है शायद उतनी किसी साहित्यकार, राजनेता या  समाज सेवी की मृत्यु पर भी नहीं देखी जाती .मुख्तार अंसारी के जीवन का कोई पहलू नहीं छोड़ा जिसको प्रिंट, सोशल व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने हाईलाइट नहीं किया हो.  कुछ चैनल तो मुख्तार अंसारी के गांव में जाकर तब तक डेरा जमाये  रहे जब तक कि वह सुपुर्दे खाक  नहीं हो गया . यंहा  तक  बता दिया की  उसका लड़का मिटटी  देते समय मूछों  पर ताव  दे रहा  था .

      मुख्तार अंसारी की मृत्यु  मीडिया के लिए  लिए TRP  बढ़ाने का  सुअवसर लेकर आई .इस प्रतिस्पर्धा में यह लोग भूल गए कि वे  किसका महिमा मंडन कर रहे हैं . मुख़्तार समाजसेवी या मसीहा नहीं  एक  Hardcore Criminal  था ।मीडिया के लोग यहां ही  नहीं रुके  हर एक एंगल से उन्होंने यह बताने की कोशिश की कि आसपास के  कई गांव के लोगों की वह खुले मन से मदद करता था.  इस तरह उसने अपनी छवि एक  Robin Hood  की  बना ली थी .  उससे सहायता लेने वालों में  हिंदू हो या मुसलमान हर वर्ग  के थे , ऐसे  इंटरव्यू चला कर  उसके अपराधों को कम करने की कोशिश की गई.

     गरीबों को जरूरत  के समय पर  जो भी सहायता दे देता है वे  उसके अनुगामी हो जाते हैं .  व्यक्ति कहां से पैसा लेकर आ रहा है  इस  पर  वे  ध्यान  नही देते . एक  तरह यह कमी हमारे प्रशासन तंत्र की है कि गरीब की मदद सरकारी महकमे से कम होती है और इस तरह के गुंडे बदमाशो से ज्यादा होती है . वही  बदमाश बाद में उस इलाके के न्यायाधीश बन जाते हैं । मुख्तार अंसारी का इस तरह से महिमा मंडन करना उसके कुकर्मों पर पर्दा डालने जैसा है .

     होना तो  चाहिए था कि उसके जितने भी अपराध है ,  जितनी  भी हत्या की है उनके बारे में विस्तार से विवरण दिया जाता  और राजनीति से उसके घालमेल की कहानी,  किस्से  बताए जाते .  लोगों को समझ में आता है कि कौन पार्टी , कौन नेता  कितने पानी में है. लेकिन  मीडिया ने तो अपनी   टी आर पी  के लिए मुख्तार को मसीहा  बना डाला.मीडिया आजकल  वैसे भी डरपोक किस्म का इंस्ट्रूमेंट बन  गया है .  किसी धर्म के  पाखंड पर भी selectively टिप्पणी करता  है . क्रिमिनल्स  से  डरता है  उसके जीते जी  जोखिम  लेने से कतराता  है . विज्ञापन के कारण सत्ता के  विरोध में नही जाता .  दूसरी  ओर मुख्तार का आतंक इतना था कि उसकी मृत्यु के बाद भी लोग खुलकर बोलने से बच रहे थे . कृष्णानंद राय की पत्नी और उनके बेटे ही खुलकर कुछ बोले और कोई बड़ा नेता भी सामने नहीं आया .

   Up  के वर्तमान Cm Yogi Aditynath  का 2007 में  आजमगढ़ में उन पर हुए हमले के बाद संसद में दिया गया बयान आज भी याद  आता है .   उन पर घात लगाकर हुए  हमले  को लेकर   व्यथित और  विवश होने  की गवाही उनके आंसू दे रहे थे। तब Up   में  Mayavati   की सरकार  थी  और हमले  को नाकाम करने  वाले  Sp   को  Suspend  कर दिया गया था .

  Yogi  जैसे ही power  में आए उन्होंने उत्तर प्रदेश को गुंडा व माफिया मुक्त करने का बीड़ा  उठा  लिया .   उसी का नतीजा है की  अतीक  अहमद  , मुख़्तार  अंसारी  और आजम खान जैसे बाहुबलियों पर कार्रवाई हुई। जो लोग इन बाहुबलियों का सत्ता  में रहते समर्थन कर रहे थे या इनके दम पर सत्ता में बने हुए थे वे  आज  भी बेशर्मी से इन्हीं लोगों का समर्थन करते नजर आते हैं .

    प्रश्न हमारे सामाजिक सोच में  पीछे छूट रहे  मूल्यों का है  ,  दायित्व का है .जिन मूल्यों की  रक्षा करने के लिए चौथा स्तंभ बना था आज वही चौथा स्तंभ अतीक अहमद और मुख्तार  अंसारी की Love story  दिखा रहा है । वह  दिन दूर नहीं जब OTT  प्लेटफार्म या किसी फिल्म मेकर को इनकी कहानी में रुचि हो जाये  और महिमा मंडित  करने के लिए  तीन घंटे की मूवी बनकर आ जाए .  Producer  कोई इन्ही  बाहुबलियों में  से हो तो  बड़ी बात नहीं।

 

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Harishankar Sharma State Level Accredited Journalist राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार , 31 वर्षों का कमिटेड पत्रकारिता का अनुभव . सतत समाचार, रिपोर्ट ,आलेख , कॉलम व साहित्यिक लेखन . सकारात्मक एवं उदेश्य्पूर्ण पत्रकारिता के लिए न्यूज़ पोर्टल "www. apni-baat.com " 5 दिसम्बर 2023 से प्रारम्भ . संपर्क apnibaat61@gmail.com "Harishankar sharma " state leval acridiated journalist residing at ujjain mp. .working since 31 years in journalism field . expert in interviews story , novel, poems and script writing . six books runing on Amazon kindle . Editor* news portal* www.apni-baat.com